The President and the Vice President of the country are earning less salary compared to the most cabinet secretary, secretary and army chief in the country. The reason for this is that the proposal to amend the law has been delayed for one year to remove this discrepancy in salary.Actually, this discrepancy has arisen in the pay after the 7th pay commission applied two years ago. An official of the Home Ministry said that the proposal of raising the salary of the President, Vice President and the Governors has been prepared by the Ministry of Home Affairs and sent to the Cabinet Secretariat. Watch this video for more details.
देश के राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति देश के सबसे कैबिनेट सचिव, सचिवऔर सेना प्रमुखों की तुलना में कम वेतन पा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि वेतन में इस विसंगति को दूर करने के लिए कानून में संशोधन का प्रस्ताव एक साल से लंबित पड़ा है।दरअसल, दो साल पहले लागू 7 वें वेतन आयोग के बाद वेतन में यह विसंगति पैदा हुई है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति व राज्यपालों का वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव गृह मंत्रालय ने तैयार कर कैबिनेट सचिवालय को भेजा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की हरी झंडी के लिए इसे भेजे एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। हालांकि इस पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। पूरी जानकारी के लिए देखें ये वीडियो |